June 21, 2025

दोस्तों संग मिलकर पति ने किया था पहली पत्नी की हत्या, पुलिस ने किया खुलासा

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दोस्तों संग मिलकर पति ने किया था पहली पत्नी की हत्या, पुलिस ने किया खुलासा

गाजीपुर। कोतवाली क्षेत्र के लार्ड कार्नवालिस के पास करीब एक सप्ताह पूर्व हुई स्कूटी सवार महिला काजल पांडेय की हत्या के मामले में कोतवाली पुलिस व स्वाट टीम ने मंगलवार को दो आरोपियो को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है। पुलिस ने उसके पास से एक तमंटा व एक कारतूस बरामद किया है। पुलिस कार्यालय में इसका खुलासा करते हुए एसपी ओमवीर सिंह ने पत्रकारों को बताया कि 5 फरवरी को लार्ड कार्नवालिस पार्क के पास काजल पांडेय की हत्या करके उसकी लाश और स्कूटी को सड़क पर फेंक कर एक्सीडेंट का रुप दिया गया था । इसका खुलासा करने के लिए तीन टीम गठित कर दिया गया था। पुलिस हर बिंदूओ पर जांच कर रही थी। सर्विलांस के माध्यम से कोतवाली प्रभारी टीवी सिंह, स्वाट टीम प्रभारी रामाश्रय राय व सर्विलांस प्रभारी सुनील तिवारी ने सुबह महराजगंज रेलवे क्रासिंग तिराहा के पास से बाइक सवार दो आरोपियों को धर दबोचा। पकड़े गये आरोपियों के पास से पुलिस ने एक तमंचा व एक कारतूस भी बरामद किया है। पुलिस के पूछताछ में युवकों ने अपना नाम करंडा थाना के सलारपुर गांव निवासी प्रिंस सिंह उर्फ लड्डू तथा सलारपुर व वर्तमान निवास तुलसीपुर निवासी राकेश केसरी बताया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कड़ाई से पूछताछ करने पर ने पकड़े गये हत्यारोपियों ने बताया कि गांव के ही रहने वाले आशुतोष दूबे जिसकी प्रेमिका थी। उसे 05 फरवरी की शाम को सम्राट ढाबा के आगे बुलाया गया था। वह वहां अपनी स्कूटी से आयी तो उसे अपनी काले रंग की स्कार्पियों पर बैठा लिया और तीनों लोगों ने मिल कर उसका गला दबाकर हत्या कर दिये थे। इसके बाद दुर्घटना का रुप देने के लिए स्कूटी के साथ उसे सड़क पर फेक दिया गया था। एसपी ने बताया कि आशुतोष दुबे ने उस युवती के साथ तीन चार साल पहले शादी कर लिया था। इसके बाद परिवार के दबाव में उसने दुसरी शादी कर ली। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पहली पत्नी को हटाने के लिए उसके ऊपर दबाव पड़ने लगा। इसके बाद उसने उसे रास्ते से हटाने के लिए दोस्तों से संपर्क किया। फिर दोस्तों के साथ मिलकर युवती को रात में सम्राट ढाबा के पास बुलाया था। तीनों ने मिलकर युवती की गला दबाकर हत्या कर दिया। इसके बाद दुर्घटना का रुप देने के लिए शव को स्कूटी के साथ सड़क पर फेक दिया था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतका का 30 लाख का बीमा था जिस कारण हत्या को दुर्घटना दिखाने का प्रयास किया गया, ताकि बीमा की धन राशि भी मिल सके। पुलिस आशुतोष दुबे की तलाश कर रही है। गिरफ्तारी करने वाले टीम में उ.नि धीरेन्द्र सिंह, हे.कां आशुतोष सिंह, हे.कां विनय यादव,हेकां प्रेम शंकर सिंह, कां.जयन्त सिंह तथा कां.चन्दनमणि त्रिपाठी शामिल रहे।

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