दीपावली महापर्व २४ अक्टूबर को सायंकाल { गोधूली वेला } में मनाया जायेगा-स्वामी राजनारायणाचार्य

दीपावली महापर्व २४ अक्टूबर को सायंकाल { गोधूली वेला } में मनाया जायेगा-स्वामी राजनारायणाचार्य
देवरिया-जगद्गुरु रामानुजाचार्य
स्वामी राजनारायणाचार्य
जी ने बताया की –
इस वर्ष दीपावली महापर्व २४ अक्टूबर को सायंकाल { गोधूली वेला } में मनाया जायेगा ।
श्रीहृषीकेश पंचांग वाराणसी के अनुसार २४ अक्टूबर २०२२ ई. सोमवार को सायंकाल ५ बजकर ३ मिनट के बाद अमावस्या तिथि हो जा रही है, इसलिए सायंकाल चित्रा नक्षत्र में श्रीलक्ष्मी पूजन किया जायेगा।
व्यापारी वर्ग के लोगों के लिए रात्रि में ६ बजकर ५७ से ८ बजकर ५३ मिनट तक श्रीलक्ष्मी पूजन करने का बहुत ही सुन्दर मुहूर्त है।
श्रीलक्ष्मी पूजन के क्रम में मूँग दाल चावल मिश्रित खीर बनाकर नैवेद्य चढ़ाना चाहिए या मूँगदाल का हलवा { मूँगदाल का शीरा } या मूँगदाल का लड्डू जगज्जननी श्रीलक्ष्मीजी को निवेदन करना श्रेयस्कर होता है।
ध्यातव्य है कि २५ अक्टूबर मंगलवार को सायंकाल ४ बजकर ४१ मिनट पर सूर्यग्रहण प्रारम्भ हो जायेगा ।
गोरखपुर, देवरिया आदि में ग्रहण ४ बजकर ३८ मिनट पर ही प्रारम्भ होगा।
ग्रहण काल में ही सायंकाल ५ बजकर २२ मिनट पर सूर्यास्त हो जायेगा ।
अतः २६ अक्टूबर २०२२ ई. बुधवार को सूर्योदय के बाद ही मंदिर की धुलाई,मंदिर में विराजमान श्रीभगवान् के श्रीविग्रहों का अभिषेक किया जायेगा,इसके बाद ही मंगल आरती,विश्वरूप दर्शन के साथ नित्य का आराधन प्रारम्भ हो जायेगा ।
ज्ञातव्य है कि सूर्यग्रहण लगने से १२ घंटे पूर्व ग्रहणजन्य सूतक माना जाता है।
जब दुविधा की स्थिति बनती है तो परम पूज्य आचार्यचरणों का निर्णय ही शास्त्रीय प्रमाण बन जाता है ।
यदि १२ घंटे पूर्व भगवान् का आराधन कर मंदिर बन्द करेंगे तो दुसरे दिन सूर्योदय के बाद तिरुमज्जन अभिषेक करने में बहुत समय लग जायेगा ,इतनी देर तक श्रीभगवान् को भूखे नहीं रखा जा सकता है,क्योंकि २४ घंटे से ज़्यादा समय हो जायेगा,इसलिए २५ अक्टूबर को दोपहर १२ बजे तक नित्य दोनों समय का पूजन आराधन,राजभोग,नित्य सवारी,शयनभोग के साथ श्रीभगवान् का शयन कराकर मंदिर का पट बंद हो जायेगा।
परम पूज्य आचार्यचरणों के निर्णयानुसार उपर्युक्त कार्य श्रीतिरुपति बालाजी मंदिर देवरिया में सम्पादित होगा।
श्रीतिरुपति बालाजी मंदिर देवरिया में २६ अक्टूबर को प्रातःकाल ९ बजे मंगला आरती एवं विश्वरूप दर्शन होगा।
दोपहर बाद २ बजे दिन तक मंदिर का प्रधान दरवाजा खुला रहेगा।
२७ अक्टूबर गुरुवार को “ अन्नकूट “ महोत्सव
श्रीतिरुपति बालाजी मंदिर,भक्तिवाटिका, देवरिया उत्तरप्रदेश में मनाया जायेगा ।