श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ की तैयारियां अंतिम चरण में

श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ की तैयारियां अंतिम चरण में
बलिया चतुर्मास यज्ञ स्थल पर श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ की तैयारियां अंतिम चरण में है ।
4 अक्टूबर को कलश यात्रा है जिसमें काफी संख्या में हिस्सा लेने के लिए भक्तगण बिहार झारखंड उत्तर प्रदेश आदि जगह से आ रहे हैं।इस यज्ञ में भारत के कोने-कोने से हजारों की संख्या में संत महात्मा भी जुटने वाले हैं जिनका अभी से हीं आना शुरू हो गया है। बाहर से आने वाले अतिथियों के लिए रहने खाने की उत्तम व्यवस्था की गई है। कुल 128 यज्ञ मंडप का निर्माण किया गया है और एक प्रधान यज्ञ मंडप है जो कि 11 तल्ला है। 4 अक्टूबर से लेकर 9 अक्टूबर तक चलने वाले इस लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में 300 से अधिक यजमान एक साथ बैठकर विश्व कल्याण तथा भारत को समृद्ध बनाने हेतु आहुति देंगे।
श्री लक्ष्मी प्रपन्न जियर स्वामी जी महाराज से मिलने हेतु बिहार झारखंड उत्तर प्रदेश आदि जगहों से काफी संख्या में लोग आ रहे हैं सुबह से शाम तक लोगों का आने जाने का ताता लगा रहता है। यज्ञ समिति की तरफ से प्रसाद की भव्य व्यवस्था की गई है दूर-दूर तक साफ सफाई की गई है पूरा क्षेत्र नैमिशारण्य बन गया है। 4 अक्टूबर को होने वाले कलश यात्रा के लिए काफी भव्य तरीके से तैयारियां की गई है जिस में हिस्सा लेने के लिए हजारों की संख्या में महिला तथा पुरुष अपने अपने स्तर से तैयारियां कर रहे हैं। श्री स्वामी जी महाराज ने कहा कि मनुष्य का कई जन्मों का पुण्य ईकट्ठा होता है तो ऐसे श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में हिस्सा लेने का मौका मिलता है। जो भी श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में हिस्सा लेता है उसके सभी जन्मों के पाप कट जाते हैं घर में सुख समृद्धि बनी रहती है। स्वामी जी महाराज ने कहा कि सिर्फ यज्ञ मंडप में पूजा अर्चना करना ही यज्ञ में हिस्सा लेना नहीं होता। उसके लिए जो भी दिन रात लगे रहते हैं मेहनत करते रहते हैं बाहर से व्यवस्था करते हैं सबको इसका पुण्य मिलता है तथा ईश्वर के आशीर्वाद की प्राप्ति होती है। सड़क के एक तरफ भव्य पंडाल में स्वामी जी का प्रवचन चल रहा है जिसको सुनने हेतु हम पार करने हेतु महिला तथा पुरुष 4 महीने से काफी संख्या में जुट रहे हैं तथा सड़क के दूसरी तरफ भव्य तरीके से 129 यज्ञ मंडप का समूह है जो कि दूर से ही काफी भव्य तरीके से दिखाई दे रहा है बाहर से आने वाले अतिथियों तथा संत महात्मा एवं आचार्य लोगों के रहने के लिए कुटिया का निर्माण कर लिया गया है हजारों की संख्या में भक्तगण यज्ञ समिति के लोग इसे सफल बनाने में लगे हुए हैं। मीडिया प्रभारी अखिलेश बाबा ने बताया कि इस यज्ञ में भारत के कोने-कोने से लोग हिस्सा लेने आएंगे 4 अक्टूबर को होने वाला कलश यात्रा काफी भव्य होगा जो कि एक ऐतिहासिक पल होगा।