नवरात्रि के प्रथम दिवस पर मां कष्टहरणी धाम में उमडा भक्तों का जनसैलाब

नवरात्रि के प्रथम दिवस पर मां कष्टहरणी धाम में उमडा भक्तों का जनसैलाब
हजारों महिलाओं ने जलाये अखंड दीपक
मां कष्टहरणी धाम में नवरात्र के प्रथम दिन मंगला आरती के समय से ही श्रद्धालु दर्शनार्थियों के आने का क्रम शुरू हो गया।सूर्योदय के साथ ही मां के परिसर में भक्तों की भींड नजर आने लगी।
मां कष्टहरणी धाम में चौबीस घंटे का अखंड दीपक जलाने की विशेष मान्यता है।यहा महिलाएं अपने परिवार की सलामती एवं समृद्धि समेत अन्य कामना की पूर्ति के लिए दीपक जलाती है।
सोमवार और शुक्रवार को विशेष रूप से अखण्ड दीपक जलाने के लिए महिलाएं मां के धाम में आती हैं।चौबीस घंटे का समय हर सुख सुविधा को त्याग कर गीत संगीत नृत्य के सहारे मां की आराधना में अपना समय गुजार देती हैं।
गाजीपुर बलिया बक्सर मउ समेत अन्य जनपद से भी यहां श्रद्धालु भक्त दर्शन पूजन के लिए आते हैं।पूर्वांचल ही नहीं प्रदेश में भी इतना अखण्ड दीपक संभवतः किसी देवी मंदिर पर नहीं जलाया जाता है।मां के धाम का अपना एक विशेष स्थान है।यहां त्रेतायुग में भगवान राम महर्षि विश्वामित्र के साथ अयोध्या से बक्सर सिद्धाश्रम जाते समय मां का दर्शन पूजन किये थे।
द्वापर में पांडव भी अपने कुल गुरू के साथ मां का दर्शन पूजन किये थे।बाबा कीनाराम जी को भी मां ने प्रसाद खिला कर सिद्धि प्रदान की थी।मां के धाम की सुरक्षा ब्यवस्था प्रभारी निरिक्षक विश्वनाथ यादव के देख रेख में एस आई श्रीकांत यादव एवं उनकी टीम लगी है।मंदिर के गेट से लेकर अंदर बाहर हर जगह पुरूष एवं महिला सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।
नवरात्र के प्रथम दिवस पर हिमांशु राय प्रबन्धक सरजू राय मेमोरियल पी जी कालेज गांधीनगर.श्याम बहादुर राय. युवा समाजसेवी अंकित राय.समेत हजारों हजार की संख्या में भक्तों ने दर्शन किया।रात्रि आरती के बाद डाक्टर सोनू वर्मा ने जरूरत मंद महिलाओं को नि:शुल्क दवा उपलब्ध करायी।मां के धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बने सामुदायिक शौचालय एवं स्नानघर के बंद ताले को उपजिलाधिकारी मुहम्मदाबाद डा० हर्षिता तिवारी एवं सांसद बलिया बिरेन्द्र सिंह मस्त के सुपुत्र डा० बिपुलेन्द्र प्रताप सिंह के सहयोग से खुलवाया गया।सामुदायिक शौचालय एवं स्नानघर की सफाई.प्रकाश ब्यवस्था समेत आवश्यक इंतजाम प्रधान प्रतिनिधि मोहम्मद फैयाज के द्वारा कराया गया।
सुनील कुमार राय के द्वारा ध्वनि बिस्तारक यंत्र से दिन भर आवश्यक सूचनाएं प्रसारित कर भींड को नियंत्रित किया गया।
मंदिर की ब्यवस्था में पुजारी राजकुमार पाण्डेय.गोपाल राय.देवेन्द्र राय.बृहद राय. महेश्वर पाण्डेय. किशुनदेव उपाध्याय. समेत अन्य लोग लगे रहे।