June 25, 2025

भारतीयों की विरासत, अस्मिता एवं पहचान है हिन्दी-डा0 बिजेन्द्र सिंह

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भारतीयों की विरासत, अस्मिता एवं पहचान है हिन्दी-डा0 बिजेन्द्र सिंह

डॉ राम मनोहर लोहिया डिग्री कॉलेज अध्यात्मपुरम ढोटारी गाजीपुर में हिन्दी दिवस मनाया गया। सर्वप्रथम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजेन्द्र कुमार सिंह एवं शिक्षक गण द्वारा मां सरस्वती का पूजन किया गया।
कार्यक्रम में छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि भारतीयों की विरासत, अस्मिता एवं पहचान है हिन्दी।

हिंदी हमारी राजभाषा है। डॉ सिंह ने कहा कि आजादी के लगभग दो वर्ष बाद 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में एक मत से हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया और 14 सितंबर 1953 को पहली बार हिंदी दिवस मनाया गया। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 में कहा गया है कि संघ की राजभाषा हिंदी होगी एवं लिपि देवनागरी होगी।
डॉ सिंह ने कहा कि इस प्रकार संवैधानिक प्रावधानों में भी हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया गया है। हमें हिंदी को विश्व का सर्वमान्य भाषा बनाने के लिए प्रयास करना होगा। नई शिक्षा नीति में भी भाषाओं के समृद्धि हेतु प्रावधान किया गया है।

कार्यक्रम में विश्वकर्मा प्रसाद ने कहा कि मातृभाषा के उन्नति बिना किसी समाज की उन्नति नहीं हो सकती। अपने मन को पीड़ा को भी व्यक्त नहीं कर पाएंगे। कार्यक्रम में सत्येंद्र सिंह ने हिंदी के राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की चर्चा करते हुए स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान के बारे में बताया।
अंत में निदेशक प्रमोद कुमार सिंह द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का संचालन रविंद्र कुमार ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से कमलेश यादव गोवर्धन पासवान माया चौहान जंगली प्रसाद उपेंद्र भार्गव बब्बन कुशवाहा उपस्थित थे।

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