June 24, 2025

हार्टमन इण्टर कालेज हार्टमन पुर में मना शिक्षक दिवस

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हार्टमन इण्टर कालेज हार्टमन पुर में मना शिक्षक दिवस

” शिक्षक कभी साधारण नहीं होता है,
प्रलय और निर्माण दोनों
शिक्षक की गोद में पलते हैं-एच के राय “

 

गाजीपुर। जनपद के हार्टमन इण्टर कालेज हार्टमनपुर में शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रधानाचार्य फादर फेलिक्स राज एवं मुख्य अतिथि समाजसेवी एवं जय बजरंग ग्रुप्स के प्रबन्ध निदेशक एच के राय के द्वारा दीप प्रज्वलन एवं मदर टेरेसा व डा० सर्व पल्ली राधा कृष्ण न के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर किया गया।

प्रधानाचार्य फादर फेलिक्स राज द्वारा मुख्य अतिथि हरेन्द्र कुमार राय एवं जेई विनोद कुमार का अंगवस्त्र. स्मृति चिन्ह एवं पौधा भेंट कर किया गया।

मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि के द्वारा शिक्षक दिवस पर विद्यालय परिसर में पौधारोपण भी किया गया।फादर प्रकाश तिग्गा.फादर सुशील प्रकाश.सिस्टर सुपिरिरय सेल्वी.सिस्टर ग्लैडियस.सिस्टर कृतिका.सिस्टर सुसनी एवम विद्यालय के समस्त शिक्षका एवम शिक्षिकाओं के द्वारा मदर टेरेसा एवम डा०राधा कृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण एवम पुष्प अर्पित किया गया।

शिक्षक दिवस क उपलक्ष्य में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र एवम छात्राओं के द्वारा एक से बढ़कर एक गीत नृत्य.प्रहसन एवम नाटक प्रस्तुत किया गया।

अपने संबोधन में एच के राय ने कहा की एक शिक्षक कभी भी साधारण नहीं हो सकता क्योंकी वही एक मात्र ऐसा है जो आपको साधारण से असाधारण बनाने की क्षमता रखता है।
प्रलय और निर्माण दोनों शिक्षक की गोद में पलते हैं।

 

“डा०राधा कृष्णन का कहना था की यदि शिक्षा सही प्रकार से दी जाये ते समाज में अनेक बुराइयों को मिटाया जा सकता है।”

शिक्षक का जीवन बच्चों के साथ कैसे व्यतीत होता है वह कभी बच्चा बनकर उन्हें समझाने की कोशिश करता है तो कभी दार्शनिक की तरह उनके प्रश्नों का उत्तर उनके स्तर पर दे रहा होता है। डा राधाकृष्णन समूचे बिश्व को एक बिद्यालय मानते थे आपका मानना था की शिक्षा के द्वारा ही मानव मस्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है।

इस लिए विश्व को एक ही इकाई मानकर शिक्षा का प्रबंधन करना चाहिए।समाज को समाज बनाने का काम करते हैं समाज के शिल्पकार यानि शिक्षक।

शिक्षक समाज के ऐसे शिल्पकार होते हैं जो बिना किसी मोह के इस समाज को तराशते हैं। शिक्षक का काम सिर्फ किताबी ज्ञान देना ही नहीं बल्कि सामाजिक परिस्थितियों से छात्रों को परिचित कराना भी होता है। शिक्षकों की इसी महत्ता को सही स्थान दिलाने के लिए ही हमारे देश में सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने पुरजोर कोशिशें की जो खुद एक बेहतरीन शिक्षक थे।

भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को ही भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य में संपूर्ण भारत में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाकर डॉ.राधाकृष्णन के प्रति सम्मान व्यक्त किया जाता है।कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य फादर फेलिक्स राज ने सभी को बधाई दी।मुख्य अतिथि का परिचय सी डी जान के द्वारा कराया गया।।आभार शिक्षक प्रभाकर मणि त्रिपाठी के द्वारा ब्यक्त किया गया।कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य फादर फेलिक्स राज के द्वारा सभी को उपहार भेंट किया गया।कार्यक्रम में अजय कुमार. महात्मा प्रसाद.सत्यप्रकाश. दिनेश पाठक.सत्येंद्र पाण्डेय. राजकुमार. राजेश कुशवाहा. उदय कुमार. अजीत कुमार. शुभ नरायण यादव.अरविंद कुमार भारती.श्रीराम. राकेश जोसफ.स्वर्ण लता.सिस्टर हेलेन.गीता.मनोज कुमार. सन्तोष वर्मा समेत सभी शिक्षक शिक्षिका स्टाफ एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहीं।

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