रामकथा ही अमृत है-प्रियंका पाण्डेय
गाजीपुर जनपद के मुहम्मदाबाद चितबडागांव मार्ग पर स्थित परसा के हनुमान मंदिर पर व्यासपीठ से रामकथा सुनाते हुए मानस-गंगा प्रियंका पाण्डेय ने कहा कि जिस अमृत की चर्चा शास्त्रों में है,वास्तव में वह भगवान की कथा ही है। अत: अमृतमयी कथा का श्रवण ही मुक्ति पंथ है।
कथा वाचिका मानस-गंगा प्रियंका पाण्डेय ने जब राम जन्म की कथा सुनाई तो उपस्थित श्रोता भाव विभोर हो गये। उन्होंने कहा कि जब अयोध्या में भगवान राम का जन्म होने वाला था, तब समस्त अयोध्या नगरी में शुभ शकुन होने लगे। भगवान राम का जन्म होने पर अयोध्या नगरी में सर्वत्र खुशी का माहौल हो गया। चारों ओर मंगल गान होने लगे। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने पृथ्वी लोक पर अवतार लेकर धर्म की स्थापना की। कथा वाचक ने कहा कि आज का व्यक्ति ईश्वर की सत्ता को मानने से भले ही इंकार कर दे, लेकिन एक न एक दिन उसे ईश्वर की महत्ता को स्वीकार करना ही पड़ता है। संसार में जितने भी असुर उत्पन्न हुए सभी ने ईश्वर के अस्तित्व को नकार दिया और स्वयं भगवान बनने का ढोंग करने लगे, लेकिन जब ईश्वर ने अपनी सत्ता की एक झलक दिखाई तो सभी का अस्तित्व धरा से ही समाप्त हो गया। अधर्म के मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति कितना ही शक्तिशाली क्यों न हो लेकिन धर्म के मार्ग पर चलने वाले के आगे अधिक समय तक नहीं टिक सकता। इस अवसर पर कैलाश राय मास्टर साहब, अनूप ठाकुर,संजीत ठाकुर, धर्मराज राय,पप्पू राय, उमा राय, शिवम ठाकुर, रोशन राय,डिम्पू राय, विनय राय, अमित राय टिंकू, बृजेश राय मिंटू, बंगाली राय,उत्कर्ष राय,झब्बू राय, चंदन राय,बंगाली राय,रंजीत राय,अभिषेक ठाकुर, शिवकुमार प्रजापति, विनोद राय,राधेश्याम राय,देवेंद्र राय,रामवृक्ष प्रजापति,शिवमंगल यादव, उपेंद्र यादव, अमरनाथ राय, ओमनरायन राय, डिम्पल राय आदि की गरिमामय उपस्थिति रही. संचालन राजेश राय पिंटू ने किया.