June 24, 2025

” प्रकृति संरक्षक व दिव्यज्ञान के प्रतीक भगवान गणेश की उतारी आरती “

” प्रकृति संरक्षक व दिव्यज्ञान के प्रतीक भगवान गणेश की उतारी आरती ”

” जन कल्याण की कामना से नमामि गंगे ने किया बड़ा गणेश का पूजन ”

“बड़ा गणेश मंदिर की सफाई कर पुण्य पवित्र मंदिरों में स्वच्छता बनाए रखने की अपील ”


गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर नमामि गंगे ने बड़ा गणेश मंदिर में प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश जी महाराज की पूजा अर्चना कर सभी के लिए कल्याण, सुख- समृद्धि की कामना की । प्रकृति के संरक्षक व दिव्यज्ञान के प्रतीक भगवान गणेश की पर्यावरण संरक्षण की कामना से आरती उतारी । लोक मंगल की कामना से गणेश जी को मोदक का भोग लगाया । मंदिर परिसर जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा, प्रणम्य शिरसा देवम गौरी पुत्रम विनायकम एवं वक्रतुंडाय एकदंताय श्री गणेशाय धीमही जैसे भजनों से सराबोर हो गया । नमामि गंगे के सदस्यों ने संयोजक राजेश शुक्ला के नेतृत्व में मंदिर परिसर में स्वच्छता अभियान चलाकर पौराणिक मंदिरों में स्वच्छता बनाए रखने की अपील की ।

सदस्यों ने मंदिर परिसर में इधर-उधर बिखरे पड़े माला फूल को टोकरी में भर कर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया । नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि भगवान गणेश प्रकृति के संरक्षण का संदेश देते हैं। हिन्दू परम्पराओं में किसी भी प्रकार की पूजा-अर्चना एवं कार्यों के सम्पादन से पूर्व गणेश जी का पूजन किया जाता है। विज्ञान इस बात को सिद्ध कर चुका है कि हमारा वातावरण,पर्यावरण व हमारा शरीर असंख्य जीवाणुओं से निर्मित है किन्तु इन जीवाणुओं को हानि पहुँचाने वाले व नष्ट करने वाले असंख्य विषाणु और रोगाणु भी हैं,जो जीवों एवं मानव समूह द्वारा प्रकृति के विपरीत आचरण करने से उत्पन्न प्रदूषित वातावरण के कारण पैदा होते हैं। इन सब पर दृष्टि रखने वाले व नियंत्रण करने वाले गणों के स्वामी गणपति गणेश जी हैं,जो हमेशा हमारे स्मरण करने पर विघ्नों का नाश कर अशुभ को दूर करते हैं तथा शुभ कार्य में सहायता प्रदान कर सफलता देते हैं।

आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला , महानगर सहसंयोजिका सारिका गुप्ता , संजय कुमार, राहुल पांडेय, सीमा सिंह, सरोज यादव, साक्षी पांडेय एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे ।

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