गंगा के जलस्तर में बढाव से तटवर्ती क्षेत्र में बाढ़ की आशंका
गाजीपुर-महज तीन दिन पूर्व गंगा नदी के जलस्तर में कमी के बाद किसानों ने राहत की सांस ली थी। इसी बीच पुनः गंगाजल के स्तर में तेजी से हो रही बढ़ोतरी से गंगा के तटवर्ती इलाकों में बाढ़ की आशंका से किसान हलकान नजर आ रहे हैं। क्षेत्रीय किसान बार बार समाचार पत्रों के कार्यालयों से सम्पर्क कर गंगा नदी के जलस्तर के बढ़ाव के बावत सूचना ले रहे हैं। ज्ञात है कि भांवरकोल ब्लाक क्षेत्र में बड़े पैमाने पर परवल, करैला, नेनुआ, लौकी आदि फसलों की तोड़ाई शुरू हो चुकी है। ब्यवसायिक खेती में लगभग तीन हजार हेक्टेयर में मिर्च एवं टमाटर आदि फसलों की नर्सरी की रोपाई हो चुकी है। क्षेत्रीय किसानों का कहना है कि पिछले बर्ष आई बाढ़ में सभी फसलें तबाह हो गयी थी। जिसके चलते काफी आर्थिक छति उठानी पड़ी थी। अगर इस साल बाढ़ आई तो किसानों की कमर ही टुट जाएगी। किसानों का कहना था कि पेशकी खेत लेकर टमाटर ,मिर्च, करैला के महंगे बीज का जुगाड करके किसी तरह से खेती की गई है।ऐसे में अगर बाढ़ आई तो किसान पुरी तरह से तबाह हो जाएंगे। बहरहाल बाढ़ की अशंका से किसानों के माथे पर बल पड़ गया है।