राहुल गांधी की फेक पोस्ट शेयर करने पर सख्त हुई कांग्रेस ,जानिए क्या है मामला
1 min readराहुल गांधी की फेक पोस्ट शेयर करने पर सख्त हुई कांग्रेस ,जानिए क्या है मामला
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर बीजेपी नेताओं द्वारा राहुल गांधी को लेकर फर्जी पोस्ट करने को लेकर माफी की मांग की है।
<span;>कांग्रेस ने पत्र में लिखा कि, बीजेपी को राहुल गांधी के छेड़छाड़ किये हुए वीडियो क्लिप को साझा करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। जयराम रमेश ने आगे कहा है कि ऐसा नहीं करने पर उचित कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि, मैं यह जानकर स्तब्ध हूँ कि आपकी पार्टी के कुछ सहयोगी जानबूझकर और अत्यंत उत्साह से जी न्यूज पर कल (1 से जुलाई 2022), रात 9 बजे प्रसारित हुई शरारतपूर्ण रिपोर्ट साझा कर रहे हैं। राहुल गांधी के वास्तविक वीडियो में वे उनके वायनाड कार्यालय पर एसएफआई द्वारा की गई हिंसा के संबंध में टिप्पणी कर रहे थे, लेकिन एक चैनल द्वारा उसे जानबूझकर और शरारतपूर्ण ढंग से काट-छांट करके इस प्रकार से प्रस्तुत किया गया जैसे कि यह टिप्पणी उदयपुर कन्हैया लाल की जघन्य हत्या के संबंध में थी।
कांग्रेस नेता ने पत्र में कहा कि इस बात को हमारी ओर से तुरंत सभी संबंधित लोगों के ध्यान में लाया गया कि यह रिपोर्ट नितांत झूठी है और भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए जानबूझकर इसे प्रसारित किया गया है। वास्तव में, किसी भी अन्य चैनल ने इस क्लिप को इस प्रकार जानबूझकर मनगड़ंत और विकृत तरीके से प्रस्तुत नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘इससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि आपकी पार्टी के सांसद राज्यवर्धन राठौर, सांसद सुब्रत पाठक, विधायक कमलेश सैनी और अन्य नेताओं ने उत्साहपूर्वक और बिना सत्यापन किए जानबूझकर मनगढ़ंत और विकृत रिपोर्ट को साझा किया है।’
कांग्रेस ने पत्र में लिखा कि, बीजेपी को राहुल गांधी के छेड़छाड़ किये हुए वीडियो क्लिप को साझा करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। जयराम रमेश ने आगे कहा है कि ऐसा नहीं करने पर उचित कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि, मैं यह जानकर स्तब्ध हूँ कि आपकी पार्टी के कुछ सहयोगी जानबूझकर और अत्यंत उत्साह से जी न्यूज पर कल (1 से जुलाई 2022), रात 9 बजे प्रसारित हुई शरारतपूर्ण रिपोर्ट साझा कर रहे हैं। राहुल गांधी के वास्तविक वीडियो में वे उनके वायनाड कार्यालय पर एसएफआई द्वारा की गई हिंसा के संबंध में टिप्पणी कर रहे थे, लेकिन एक चैनल द्वारा उसे जानबूझकर और शरारतपूर्ण ढंग से काट-छांट करके इस प्रकार से प्रस्तुत किया गया जैसे कि यह टिप्पणी उदयपुर कन्हैया लाल की जघन्य हत्या के संबंध में थी।
कांग्रेस नेता ने पत्र में कहा कि इस बात को हमारी ओर से तुरंत सभी संबंधित लोगों के ध्यान में लाया गया कि यह रिपोर्ट नितांत झूठी है और भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए जानबूझकर इसे प्रसारित किया गया है। वास्तव में, किसी भी अन्य चैनल ने इस क्लिप को इस प्रकार जानबूझकर मनगड़ंत और विकृत तरीके से प्रस्तुत नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘इससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि आपकी पार्टी के सांसद राज्यवर्धन राठौर, सांसद सुब्रत पाठक, विधायक कमलेश सैनी और अन्य नेताओं ने उत्साहपूर्वक और बिना सत्यापन किए जानबूझकर मनगढ़ंत और विकृत रिपोर्ट को साझा किया है।’