किसानो को भगवान का स्वरूप मानकर स्वामी जी ने पूरे राष्ट्र को अपना कुटुंब समझा–दंडी स्वामी अनंतानंद सरस्वती

किसानो को भगवान का स्वरूप मानकर स्वामी जी ने पूरे राष्ट्र को अपना कुटुंब समझा–दंडी स्वामी अनंतानंद सरस्वती
गाजीपुर–परिव्राजक सन्यासी के रूप में राष्ट्र निर्माण के लिए किसानों को भगवान का स्वरूप मानकर उनके हित की लड़ाई लड़ने वाले देवा गांव में जन्मे स्वामी सहजानंद सरस्वती जी ने पूरे राष्ट्र को अपना कुटुंब समझा। यह बातें किसान आंदोलन के प्रणेता परमहंस दंडी स्वामी सहजानंद सरस्वती के परिनिर्वाण दिवस पर दुल्लहपुर रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए दंडी स्वामी अनंतानंद सरस्वती ने कही।
उन्होंने कहा कि गाजीपुर जनपद से निकलकर बिहार के पटना जिले के बिहटा में स्वामी जी ने सेवा क्षेत्र चुना था। अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी जी हिंदुस्तान के किसानों के लिए जीवन-पर्यंत संघर्ष करते रहे। समारोह में दुल्लहपुर स्टेशन पर लगी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर 101 (आम अमरूद) फलदार पौधों से उपस्थित आचार्य को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के आयोजक भाजपा नेता अनिल कुमार पांडेय ने कहा कि हिंदुस्तान की राजनीति में जब संत शिखर पर होता है तो राष्ट्र निर्माण के साथ-साथ धर्म, ध्वजा और जनसेवा के कार्य का निर्णय जनहित में लिया जाता है।
हिंदुस्तान सरकार ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत सेनानियों का सम्मान और राष्ट्रहित का निर्णय लिया है, उसमें स्वामी जी के जीवन-चरित्र परिलक्षित होते हैं। स्वामी जी स्वतंत्रा संग्राम सेनानी थे। कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन करते हुए भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष रूद्र प्रताप सिंह ने कहा कि हम सभी धन्य हैं कि स्वामी सहजानंद सरस्वती जी अपनी माटी में पैदा हुए, जिनके परिनिर्वाण दिवस पर पार्टी ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए 101 फलदार पौधे को क्षेत्र के विभिन्न गांवों के किसानों को समर्पित किया।
इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत भाजपा नेता रामप्यारे यति ने वंदे मातरम के साथ कराया। स्वामी सहजानंद सरस्वती अमर रहे एवं दंडी स्वामी अनंतानंद सरस्वती जी के जयकारों से कार्यक्रम स्थल गूंज उठा। प्रसाद वितरण के बाद कार्यक्रम का समापन किया गया।
इस अवसर पर अमित पांडेय मलेठी, ग्राम प्रधान अमारी कमलेश चौहान, ग्राम प्रधान देवा दीपक चौरसिया, अध्यक्ष व्यापार मंडल राजेश उर्फ पप्पू ,लाल बहादुर चौहान, छोटू पांडेय, जनार्दन यादव, विनोद राजभर, वरिष्ठ नेता रामानंद जयसवाल, प्रधानाचार्य बीके चौहान, किसान मोर्चा के जिला मंत्री धनंजय पांडेय, अशोक कुमार सिंह, अजय शर्मा उर्फ हनुमान, रोशन वर्मा, छात्र नेता नारायण गुप्ता, अजय पांडेय, पप्पू राय, राजनाथ प्रजापति, गोलू मौर्य, निलेश गौतम, रामजन्म चौहान आदि उपस्थित रहे।