अब नागरिक उड्डयन मंत्रालय में भी मिलेगी अग्निवीरों को नौकरी

अब नागरिक उड्डयन मंत्रालय में भी मिलेगी अग्निवीरों को नौकरी
केंद्र की मोदी सरकार के ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर युवाओं में गुस्सा है। युवा इस योजना के खिलाफ सड़क पर उतर चुके हैं। बिहार से लेकर देश के कई राज्यों में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच ट्रेनों में आग तक लगा दी गई है।
इस योजना के तहत युवाओं को 4 साल के लिए थल सेना, नौसेना और वायुसेना में भर्ती किया जाएगा। मंगलवार को लॉन्च होने के बाद से ही पूरे देश के युवाओं में इस योजना को लेकर बवाल शुरू हो गया। इस बीच अब नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अपनी कई सेवाओं में अग्निवीरों को शामिल करने की बात कही है।
अग्निपथ योजना के खिलाफ जारी हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच अलग-अलग राज्यों की सरकार के साथ ही अलग-अलग मंत्रालयों ने भी अग्निपथ योजना के अग्निवीरों के लिए नौकरी की पेशकश की है। इस क्रम में अब विमानन मंत्रालय ने शनिवार को ट्वीट करते हुए बताया कि वह भी सेना में चार साल का नौकरी करने के बाद कुशल एवं अनुशासित अग्निवीरों को अलग-अलग काम दिए जाएंगे।
मंत्रालय ने कहा कि वह एयर ट्रैफिक और विमान तकनीशियन सेवाओं में अग्निवीरों के लिए बेहतर अवसर प्रदान किए जाएंगे। मंत्रालय ने आगे बताया कि अग्निवीरों को विमान के रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल में शामिल किया जा सकता है। वे मौसम विज्ञान और हवाई दुर्घटना अनुसंधान सेवाओं में भी शामिल हो सकते हैं।
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना में अग्निपथ स्कीम के तहत चुने गए युवाओं को चार साल पूरे करने के बाद सीएपीएफ और असम राइफल्स में 10 फीसदी आरक्षण देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इधर, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने कहा कि फौज को इस योजना की सख्त जरूरत है, क्योंकि हमारी फौज और युद्ध प्रकृति बदलती जा रही है। इसके तहत हमें नए जोश और नए विचार वाले युवकों की जरूरत है। इस योजना से कई लोगों को सेना में 4 साल सेवा करने का अवसर मिलेगा।