कमलेश जी महाराज के निधन से श्रद्धालु श्रोता दुखी
मऊ। कमलेश जी महाराज श्री हनुमत कृपा सेवा समिति के प्रमुख स्तंभ थे। वे अति विनम्र तथा मृदु स्वभाव के धनी तथा लोकप्रिय व्यक्ति थे। उनके निधन से श्री हनुमत कृपा सेवा समिति श्री सुंदरकांड पाठ समिति समेत दर्जनों धार्मिक व सामाजिक संस्थाएं काफी व्यथित है। ज्ञातव्य हो कि वाराणसी से गाजीपुर आते हुए गत मंगलवार को बीच रास्ते में ही कमलेश जी महाराज का ब्रेन हेमरेज होने के कारण निधन हो गया। आज बुधवार की सुबह मऊ जनपद की कटघरा महली गांव में श्री महाराज जी की जन्मभूमि पर हनुमत कृपा सेवा समिति के पचासों सदस्य गण रोते बिलखते महाराज के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। उक्त जानकारी देते हुए समिति के प्रमुख डॉक्टर रामगोपाल गुप्ता ने बताया कि कमलेश जी महाराज श्री राम कथा के साथ साथ भजन एवं सुंदरकांड पाठ व श्री रामचरितमानस के पाठ में सिद्धहस्त थे तथा मैहर वाली मां शारदा के अनन्य भक्त थे । जब उनकी कथा प्रारंभ होती थी तो घंटों का समय कब बीत जाता था श्रोता और भक्तों को पता नहीं चल पाता ।आज सभी भक्तगण उनके परलोक गमन सी काफी गमगीन रहे। डॉक्टर गुप्त ने कहा कि उनके निधन से परिवार का एक मजबूत स्तंभ गिर गया। जिसकी पूर्ति होना असंभव है।श्री महाराज के अंतिम दर्शन में चंद्रशेखर अग्रवाल, अजय कुमार गुप्ता, अरुण कुमार वर्मा, आनंद गुप्ता, ओम प्रकाश वर्मा, मनीष गुप्ता, अशोक वर्मा, रामप्यारे गुप्ता, रवि प्रकाश बरनवाल, अमरनाथ मद्धेशिया, संजय सर्राफ, अनिल शर्मा, अश्वनी वर्मा आदि प्रमुख रहे।