June 24, 2025

सहजन की पत्ती, फूल और फल खाने के ये हैं फायदे

वैसे तो सहजन से बनने वाली चीजें पूरे देश में बनाई और खायी जाती हैं. यह कई राज्यों में एक खास मौसम में ही फलता है, लेकिन दक्षिण भारत में यह पूरे साल होता है. इसी कारण से इसका इस्तेमाल सांभर बनाने में होता है।

इसके फूलों की भी सब्जी बनाई जाती है, लेकिन फलियों की सब्जी तो हमेशा ही बनती है. सहजन या मुनगा के फूल उदर रोगों व कफ रोगों में काफी लाभदायी होते हैं. वहीं इसकी फली वात व उदरशूल में जबकि पत्ती नेत्ररोग, मोच, सियाटिका, गठिया आदि की परेशानियों में काफी फायदेमंद होता है. आज हम आपको बताएंगे की सहजन के सूप के क्या फायदे हैं और इसे बनाने का तरीका क्या है.

ऐसे बनाएं सहजन का सूप

– सहजन को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें.
– एक बर्तन में दो कप पानी लेकर धीमी आंच पर उबलने के लिए रख दें.
– जब पानी उबलने लगे तो इसमें कटे हुए सहजन डाल दें. आप चाहें तो इसमें सहजन की पत्त‍ियां भी मिला सकते हैं.
– आंच बंद कर दें
– जब पानी आधा बचे तो सहजन की फलियों को छान लें और इनके बीच का गूदा निकाल लें. ऊपरी हिस्सा अलग कर लें.
– इस गूदे को उबले हुए पानी में मिलाएं. इसमें थोड़ा-सा नमक और काली मिर्च भी मिला लें.

– इस सूप को सुबह-शाम पीने से बहुत फायदा होता है और शारीरिक कमजोरी भी दूर हो सकती है.

सहजन का सूप पीने के फायदे

– यह महिला और पुरुष दोनों के लिए समान रूप से फायदेमंद है.
– सहजन में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाया जाता है जो कई तरह के संक्रमण से सुरक्षित रखने में मददगार है. इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन C इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने का काम करता है.
– सहजन का सूप पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाने का काम करता है. इसमें मौजूद फाइबर्स कब्ज की समस्या नहीं होने देते हैं.
– अस्थमा की शिकायत होने पर भी सहजन का सूप पीना फायदेमंद माना जाता है. सर्दी-खांसी और बलगम से छुटकारा पाने के लिए इसका इस्तेमाल घरेलू औषधि के रूप में किया जाता है.

– सहजन का सूप खून की सफाई करने में भी मददगार है. खून साफ होने की वजह से चेहरे पर भी निखार आता है.

– डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए भी सहजन के सेवन की सलाह डॉक्टर्स के द्वारा दी जाती है.

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