केदारनाथ यात्रा में दो और श्रद्धालुओं की मौत , अब तक 44 की जा चुकी है जान

केदारनाथ यात्रा में दो और श्रद्धालुओं की मौत , अब तक 44 की जा चुकी है जान
केदारनाथ यात्रा पर जा रहे दो और तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है. अब तक यात्रा के दौरान कुल 44 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है. जबकि अब तक 935 यात्रियों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया है.
केदारनाथ यात्रा में दो और तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है. मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है. चार धामों में सबसे ज्यादा मौत केदारनाथ धाम में हुई है, बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग सजग नजर नहीं आ रहा है. अब तक यात्रा के दौरान 44 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है.
इन दोनों की मौत हुई
चारधामों में सबसे कठिन यात्रा बाबा केदारनाथ की है. यहां पहुंचने के लिए गौरीकुंड से 18 किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. ज्यादातर श्रद्धालु आस्था और विश्वास के साथ पैदल ही यात्रा करना पसंद करते हैं. जिस कारण रास्तें में उनकी तबियत खराब हो जाती है और उन्हें दिक्कतें होने लगती हैं. इसके अलावा केदारनाथ यात्रा मार्ग से लेकर धाम में ऑक्सीजन की कमी से भी तीर्थयात्रियों को जूझना पड़ता है.
शुक्रवार को केदारनाथ यात्रा पर आए गुजरात के पटेल धानिश भाई (32 साल) और पटना के भानू शंकर प्रसाद (71 साल) की अचानक तबियत खराब हो गई. जिसके बाद इन्हें स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया. स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इनके शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से मौत का कारण संभवतया हार्ट अटैक माना जा रहा है. केदारनाथ धाम में अब तक 44 यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है और सबसे ज्यादा हाटअटैक से तीर्थयात्रियों की मौत हुई है.
केदारनाथ यात्रा में दो और तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है. मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है. चार धामों में सबसे ज्यादा मौत केदारनाथ धाम में हुई है, बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग सजग नजर नहीं आ रहा है. अब तक यात्रा के दौरान 44 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है.
इन दोनों की मौत हुई
चारधामों में सबसे कठिन यात्रा बाबा केदारनाथ की है. यहां पहुंचने के लिए गौरीकुंड से 18 किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. ज्यादातर श्रद्धालु आस्था और विश्वास के साथ पैदल ही यात्रा करना पसंद करते हैं. जिस कारण रास्तें में उनकी तबियत खराब हो जाती है और उन्हें दिक्कतें होने लगती हैं. इसके अलावा केदारनाथ यात्रा मार्ग से लेकर धाम में ऑक्सीजन की कमी से भी तीर्थयात्रियों को जूझना पड़ता है.
शुक्रवार को केदारनाथ यात्रा पर आए गुजरात के पटेल धानिश भाई (32 साल) और पटना के भानू शंकर प्रसाद (71 साल) की अचानक तबियत खराब हो गई. जिसके बाद इन्हें स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया. स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इनके शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से मौत का कारण संभवतया हार्ट अटैक माना जा रहा है. केदारनाथ धाम में अब तक 44 यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है और सबसे ज्यादा हाटअटैक से तीर्थयात्रियों की मौत हुई है.