June 25, 2025

अब तक करीब नौ लाख लोगों ने खाई फाइलेरिया रोधी दवा- मुख्य चिकित्साधिकारी

 

अब तक करीब नौ लाख लोगों ने खाई फाइलेरिया रोधी दवा- मुख्य चिकित्साधिकारी

इन्कार करने वाले लोगों को मोबिलाइज कर खिलाई गयी दवा

विभाग और सहयोगी संस्थाएं समुदाय को जागरूक करने में जुटीं

27 मई तक चलेगा एमडीए अभियान, सभी लोग अवश्य खायें दवा

 

गाजीपुर। जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 12 मई से ‘मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन’ (एमडीए) अभियान चलाया जा रहा है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरगोविंद सिंह ने बताया कि अभियान के तहत जिले में अबतक करीब नौ लाख लोगों ने फाइलेरिया रोधी दवा खा ली है। यह अभियान 27 मई तक चलेगा। हर व्यक्ति को फाइलेरिया रोधी दवा खानी चाहिये और अपने परिवार को भी खिलाना चाहिये। ध्यान रहे कि सिर्फ दो वर्ष से कम आयु के बच्चे, गर्भवती और गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को यह दवा नहीं खिलानी है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं नोडल अधिकारी डॉ डीपी सिन्हा ने बताया कि जनपद की जनसंख्या लगभग 42.30 लाख है जिसमें एमडीए अभियान के लिए 35.96 लाख लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलायी जानी है जिसमे से नौ लाख लोगों को दवा खिलाई जा चूकी है। इसके लिए कुल 3534 टीमें और 7068 ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर दवा अपने समक्ष दवा खिलाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एमडीए राउंड में अल्बेंडाजोल और डीईसी दवा लोगों को स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने समक्ष खिलाई जा रही है। फाइलेरिया की दवा साल में एक बार पांच साल तक दी जाती है। इसके बाद दवा सेवन करने वाले व्यक्ति को फाइलेरिया होने की आशंका बिल्कुल नहीं होती है।

जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) मनोज कुमार ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में कई ऐसे परिवार हैं जो दवा खाने से इन्कार कर रहे हैं लेकिन स्वास्थ्यकर्मी, ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक (बीसीपीएम) और सहयोगी संस्थाएं- सीफार, पीसीआई और पाथ उन गांवों में जाकर लोगों को मोबिलाइज व जागरूक कर रही है। समस्त जानकारियों से संतुष्ट होने के बाद लोगों को दवा खिलाई जा रही है। मंगलवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) गोडउर के अंतर्गत ताल खुदिया गाँव के करीब 25 परिवारों ने दवा खाने से इन्कार किया तो बीसीपीएम शिव कुमारी और सीफार के जिला समन्वयक (एलएफ़) मृत्युंजय राय ने वहाँ जाकर भ्रमण किया। इस दौरान उन्होने लोगों से बातचीत की और उनकी समस्याएँ भी सुनीं। इसके बाद उन्हें फाइलेरिया से बचाव, लक्षण, कारण आदि के बारे में जानकारी देकर जागरूक व व्यवहार परिवर्तन किया। इससे संतुष्ट होकर सभी परिवारों के सदस्यों ने फाइलेरिया रोधी उन्हीं के समक्ष खाई। इसी तरह सोमवार को कनवाल दलित बस्ती में करीब 21 परिवारों ने दवा खाने से इन्कार कर दिया तो बीसीपीएम और सीफार के प्रतिनधि द्वारा लोगों को मोबिलाइज कर दवा खिलाई गयी। पीसीआई के जिला समन्वयक विनीत सिंह एवं सोशल मोबिलाइज़र सरिता मिश्रा भी समुदाय में फाइलेरिया रोधी दवा खाने से इन्कार करने वाले परिवारों को जागरूक कर रही हैं। शुक्रवार को सैदपुर ब्लॉक अंतर्गत वार्ड नं 7 मोतीलाल नगर कालोनी के 11 घरों ने दवा खाने से इनकार किया था।

इसके बाद परिवार के सदस्यों को फाइलेरिया बीमारी के बारे में पीसीआई द्वारा जागरूक किया गया और दवा न खाने के बारे में पूछा गया तो घरों के मुखिया ने बताया कि कोई बीमारी नहीं है, तो दवा कैसे खा लें। इसके बाद पीसीआई के जिला प्रतिनिधि व टीम ने इनकार करने वाले घरों में जाकर मुखिया से मिली और फाइलेरिया बीमारी और इसके बचाव के बारे में गुणवत्तापरक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया एक खतरनाक बीमारी है और उससे आने वाली पीढ़ी भी प्रभावित हो सकती हैं। इसलिए दवा खाना बेहद जरूरी है। इससे किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य हानि नहीं होगी। इसके बाद महेंद्र निषाद (52) सहित 6 सदस्य गौतम, जानवी, सत्यम, शिवम, गोविंदा समेत सभी लोग फाइलेरिया बीमारी के बारे में जानकर दवा खाने के लिए आगे आए। एक अन्य मुखिया मन्नी देवी समेत 18 सदस्य दवा खाने के लिए आगे आए और उनके समक्ष दवा का सेवन किया।

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