June 24, 2025

शिक्षा के साथ साथ संस्कार की भी आवश्यकता है-डा०बिपुलेन्द्र प्रताप सिंह

कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया।

 

 

शिक्षा के साथ साथ संस्कार की भी आवश्यकता है-डा०बिपुलेन्द्र प्रताप सिंह

डालीम्स सनबीम गांधीनगर में बच्चे के सर्वांगीण बिकास में समाज परिवार एवं शैक्षणिक संस्थानों का महत्व विषयक गोष्ठी सम्पन्न

 

मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि के द्वारा पौधारोपण

 

गाजीपुर जनपद के बाराचंवर ब्लाक के अंतर्गत डालिम्स सनबीम गांधीनगर में बच्चे के सर्वांगीण बिकास में समाज परिवार एवं शैक्षणिक संस्थानों का महत्व विषय पर गोष्ठी आयोजित की गयी। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया।विद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत एवं नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा० बिपुलेन्द्र प्रताप सिंह.विशिष्ट अतिथि ब्लाक प्रमुख बाराचंवर ब्रजेन्द्र सिंह को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह.बुके देकर एवं बैज लगा कर सम्मानित किया गया।

सभी अतिथियों का भी अंगवस्त्रम एवं स्मृति चिन्ह से सम्मान किया गया।मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि के द्वारा पौधारोपण भी किया गया।
अपने संबोधन में भाजपा नेता श्याम राज तिवारी ने कहा की बच्चे के प्रथम गुरू मां और पिता है।बच्चे की पहली पाठशाला उसका अपना घर होता है।संस्कार उसे सबसे पहले घर उसके बाद समाज से मिलता है।


कुम्हार कच्चे मिट्टी को जैसे चाहता है उस प्रकार की आकृति में गढ देने में सक्षम होता है।उसी प्रकार शिक्षक छात्र को गढने एवं निखारने का कार्य करता है।आज का बच्चा कल का भविष्य है।उन्होंने कहा की आप सभी में विनम्रता होनी चाहिए।
जब आप झुकना सीख जायेंगे. तब सब कुछ सीख जायेंगे।जो झुकेगा नहीं वह टूट जायेगा।सीखने के लिए झुकना आवश्यक है।

बच्चों की प्रथम गुरू मां होती है पहला स्कूल परिवार होता है।जो आपको सब कुछ सिखाती है वह मां है।बच्चे का दूसरा परिवार स्कूल है जहां हमें अक्षर का ज्ञान प्राप्त होता है- मुख्य अतिथि डा० बिपुलेंद्र प्रताप सिंह

 

 

अपने संबोधन में सम्पूर्णानन्द उपाध्याय ने कहा की बच्चे का प्रथम पाठशाला उसका घर एवं प्रथम गुरु मां होती है।बच्चे को संस्कार देने में मां की भूमिका अहम होती है।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता जनार्दन राय ने कहा की दूर दृष्टि कडी मेहनत.अनुशासन के बल पर आप अपने लक्ष्य को पा सकते है।शिक्षा वह चाभी है जिससे बिकास के हर दरवाजे खोले जा सकते है

 

अपने संबोधन में वरिष्ठ भाजपा किसान नेता कृष्णानन्द राय ने कहा की जिस दिन बच्चा पैदा होता है तब से उसके लिए उसका घर ही विद्यालय होता है।बच्चा 18 घंटा घर में ब्यतीत करता है।बिद्यालय में केवल 6 घंटे रहता है।घर और समाज का बच्चे पर सबसे ज्यादा प्रभाव पडता है।जिसमें झुकने की क्षमता होगी सीखने की ईच्छा होगी वह निश्चित रूप से आगे बढेगा।

 

अपने संबोधन में ब्लाक प्रमुख बाराचंवर ब्रजेन्द्र सिंह ने स्कूल के डायरेक्टर. शिक्षक एवं छात्र छात्राओं को शुभकामनाएं दी और कहा की आने वाले समय में यह विद्यालय इस क्षेत्र की पहचान बन रहा है।


अपने संबोधन में मुख्य अतिथि डा० बिपुलेन्द्र प्रताप सिंह ने छात्र छात्राओं से बहुत ही सहज भाषा में एक कुशल शिक्षक की तरह संवाद करते हुए उनका मार्गदर्शन किया।उन्होंने कहा की बच्चों की प्रथम गुरू मां होती है पहला स्कूल परिवार होता है।जो आपको सब कुछ सिखाती है वह मां है।बच्चे का दूसरा परिवार स्कूल है जहां हमें अक्षर का ज्ञान प्राप्त होता है। कराग्रे वसते लक्ष्मी,कर मध्ये सरस्वती। आशीर्वाद में वह शक्ति होती है की मूढ़ भी विद्वान हो जाता है।अक्षर ज्ञान स्कूल से और संस्कार परिवार से मिलता है।

शिक्षा और संस्कार के बल पर ही हम जीवन में आगे बढ़ते हैं। परिवार के बाद किसी से प्रथम बार भेंट होता है वह शिक्षक होता है।भवन कैसा भी हो उसमें भांव होना चाहिए।किसी एक विषय पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।आज आवश्यकता है प्रतिभा को पहचानने की।हम अपने संस्कार के कारण दुनिया में जाने जाते हैं। शिक्षा के साथ साथ संस्कार की भी आवश्यकता है।अगर आप शिक्षित होने के बावजूद संस्कारविहीन हैं तो आपका शिक्षा व्यर्थ है।जीवन को जीने की कला हमें रामचरित मानस से सीखने की आवश्यकता है।सभी आगन्तुकों का स्वागत डायरेक्टर हर्ष राय एवं सभी के प्रति आभार हिमांशु राय ने ब्यक्त किया।
अध्यक्षता विद्यानन्द राय के द्वारा की गयी।

इस अवसर पर विद्यालय में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्र छात्राओं को भी मेडल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में जनार्दन राय.कृष्णानंद राय.सम्पूर्णानन्द
उपाध्याय. राजेश मिश्रा. ओमप्रकाश कुशवाहा.पप्पू सिंह.दिनेश राय गुड्डू. जयशंकर राय.टुनटुन राय.सत्यनरायण राय.कृष्णानन्द राय.राजकुमार पाण्डेय पुजारी कष्टहरणी धाम करीमुद्दीनपुर.बिनोद राय गुड्डू. श्री प्रकाश राय.हिमांशु राय प्रबन्धक जय बजरंग आई टी आई लट्ठूडीह.पप्पू महंत.दिवाकर पाण्डेय.
देवा सिंह.बृजानन्द तिवारी. आशुतोष राय.टुनटुन सिंह.रामनरेश तिवारी.समेत सभी शिक्षक शिक्षिका.अभिभावक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहीं।

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